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AIDS रोगियों के लिए एक मिसाल हैं- विजयरानी

AchchiKhabar.Com: AIDS रोगियों के लिए एक मिसाल हैं- विजयरानी

Thursday 2 December, 2010

AIDS रोगियों के लिए एक मिसाल हैं- विजयरानी




1 Dec को विश्व AIDS दिवस के रूप में मनाया जाता है.आप तो जानते ही हैं, AIDS एक लाइलाज बीमारी है. ऐसे में जिन लोगों को AIDS हो जाये उनका निराश होना स्वाभाविक ही है. मेरे विचार से AIDS दिवस मानाने की सार्थकता तभी है जब हम AIDS से ग्रसित लोगों के जीवन में उम्मीद की एक नयी किरण ला पायें और इस बीमारी के बारे में अधिक से       अधिक    जागरूकता ला सकें, ताकि ये और न फैले.

               AchchiKhabar.Com हमेशा ऐसे Real Heroes की तालाश में रहता है जो समाज के लिए एक अच्छा उदहारण रख सकें. और इसी क्रम में हम आपको आज मिलवा रहें हैं Uslimpatti, Madurai की विजय्ररानी जी से. Vijayrani का एक हँसता–खेलता परिवार था , लेकिन करीब तीन साल पहले जब ये पता चला की वो और उनका  छ: वर्षीय बेटा HIV Positive(+) है तो उनकी दुनिया ही बदल गयी. दरअसल उन्हें तो ये बिमारी थी पर उनके पति को ये बिमारी नहीं थी,फिर क्या था पति ने विजय्ररानी और उनके बेटे को छोड़ दिया.अगर आप सोच रहें हैं की आखिर इन्हें AIDS हुआ कैसे तो बता दें की विजय्ररानी को ये बिमारी उनके पहले पति से हुई थी जो कुछ साल पहले ही गुजर चूका था.

       इन विषम परिस्थितियों में भी Vijayrani ने हिम्मत नहीं हारी और एक अन्य HIV + lady , Sumathi के साथ मिल कर एक इडली-दोसे की दूकान खोली. अच्छी बात तो ये है की इन दोनों ने कभी किसी से छुपाया नहीं की उन्हें AIDS है. लोग भी धीरे-धीरे जागरूक हो चुके थे की सिर्फ छूने-छाने से AIDS नहीं फैलता है. ऊपर से  उनके खाने में स्वाद तो था ही , बस उनकी दूकान चल पड़ी. आज इस छोटी से जगह में रह कर भी विजय्ररानी हर महीने  Rs.15000-/- कमा लेती हैं, उनका बेटा भी एक होनहार विद्यार्थी है, जो class में हमेशा Top-Ten में रहता है.             
इस लेख में कुछ ध्यान देने योग्य अच्छी बाते हैं:

1.एक विधवा की दुबारा शादी होना, समाज में हो रहे positive बदलाव का एक अच्छा सूचक है.
2.पत्नी को AIDS होने के बाद भी पति को एड्स ना होना दर्शाता है की यदि सही contraceptives का उपयोग किया जाए तो एड्स आपको नहीं छू सकता.
3. AIDS ग्रसित रोगियों द्वारा चलायी जा रही दूकान का successful हो जाना ऐसे लोगों के प्रति society की नयी सुधारी हुई सोच का indicator है.          

निवेदन:
यदि आप किसी AIDS रोगी को जानते हैं तो उस तक ये खबर जरूर पहुंचाएं.

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1 Comments:

At Saturday, December 04, 2010 , Blogger केवल राम said...

प्रेरणादायक जानकारी ...शुक्रिया
चलते -चलते पर आपका स्वागत है

 

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